भूत भगाने के बहाने बाबा ने कस के चोदा-2

(Bhut Bhagane Ke Bahane Baba Ne Kas Ke Choda-2)

बाबा ब्लाउस के उपर से ही मेरे दूध मुंह में लेकर चूसने लगा। वो ललचा गया था। हाथ से दबा दबाकर मेरे बूब्स चूसने लगा। उसका लंड भी खड़ा होने लगा। मुझे अहसास हो रहा था की कोई मेरे साथ कुछ कर रहा है। बाबा के 10 15 मिनट तक मेरे बूब्स को उपर से ही मसला और मुंह में लेकर चूसा। फिर चुदासा होकर ब्लाउस की बटन खोलने लगा। मेरा ब्लाउस उसने उतार दिया। फिर ब्रा को भी उतार दिया। अब मेरे 2 रसीले दूध उसके सामने थे। मेरी छातियाँ गजब की सेक्सी और सुंदर था। बाबा के होश ही उड़ गये। वो तो बाँवला हो गया। फिर मेरे उपर ही लेट गया और चिकने मक्खन जैसे दूध को हाथ से सहलाने लगा। Baba Ne Kas Ke Choda

“ऐसे भरे हुए जिस्म वाली लड़की मैंने आजतक नही देखी। सब प्रभु की माया है” वो बोला और मेरी बायीं चूची मुंह में लेकर चूसने लगा। मैं कुनकुनाने लगी। जैसे  सोते बच्चे को उठाओ तो कुनकुनाते है ठीक उसी तरह मैं कुनकुना रही थी। बाबा जल्दी जल्दी मुंह में लेकर मेरी बायीं चूची चूस रहा था। मैं नशे में भी “उ उ उ उ उ……अअअअअ आआआआ… सी सी सी सी….. ऊँ—ऊँ…ऊँ….”कर रही थी। अहसास हो रहा था मुझे। बाबा का यही धंधा था। वो भूत प्रेत के नाम पर लोगो से पैसा भी लेता था और लड़कियों को अपनी हवस का शिकार भी बनाता था। इस तरह वो पैसा भी कमा लेता था और अपनी हवस को भी मिटा लेता था। उस हरामी ने 15 मिनट तक मेरी बायीं चूची चूस ली। बिलकुल लाल लाल कर दी। फिर हाथ से दबाते ही दाई चूची में मुंह में लेकर चूसने लगा। मैं नशे में थी। इसलिए कुछ कर न सकी। बाबा ने काफी देर तक मेरे दूध चूसे। फिर मेरी साड़ी पेटीकोट के साथ ही उपर उठा दी। मेरे दोनों पैर खोल दिए। मेरी चड्डी चूत के रस से भीग चुकी थी। पानी पानी हो गयी थी। Baba Ne Kas Ke Choda

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बाबा ने मेरी चड्डी उतार दी और चूत का रस देखकर बौरा गया। वो भी साला लेट गया। उसने अपना कुरता उतार दिया और पूरी तरह से नंगा हो गया। उसकी तोंद कम से कम 70” की थी। देखने से हस्ट पुष्ट दिख रहा था। उसने अपना मुंह मेरे भोसड़े पर रख दिया और चूत की चटनी जल्दी जल्दी चाटने लगा। शायद उसे औरतो की बुर पीना बहुत पसंद था। वो जल्दी जल्दी सुपड सूपड़ करके मेरी चूत पीने लगा। मैं “….उंह उंह उंह हूँ.. हूँ… हूँ..हमममम अहह्ह्ह्हह..अई…अई…अई…..” करने लगी। मैं नशे में थी पर समझ रही थी की कोई मेरे साथ कुछ कर रहा था। इतनी ताकत नही थी की आँख खोल पाती। बाबा ने 10 मिनट मेरी चूत पी, चूत के दाने को काट काटकर मजा लूटा। फिर अपना लंड जल्दी जल्दी हाथ से फेंटकर कड़ा करने लगा। उसका लंड 12” से भी लम्बा था। कम से कम 2.5” मोटा होगा। वो हाथ से जल्दी जल्दी फेटने लगा। 5 मिनट में उसके लौड़े की सब नशे तन गई। लौड़ा अब पत्थर जैसा कड़ा हो गया। उसने लम्बे लंड को मेरी चूत पर रख दिया और हाथ से दबा दिया और जल्दी जल्दी चूत के होठो पर घिसने लगा। अब मुझे भी अच्छा लग रहा था। काफी सेक्सी बाबा था वो। जल्दी जल्दी अपने लंड को पकड़कर टोपे से मेरी चूत घिस रहा था। जल्दी जल्दी घिस रहा था। फिर उसने लंड चूत में डाल दिया और धीरे धीरे अंदर धकेलने लगा। धीरे धीरे उस हरामी बाबा ने 6” लंड मेरी चूत में घुसा दिया। मैं तो कांपने लग गयी। मेरी आँखे अभी भी बंद थी। फिर उसने एक जोर का धक्का दिया तो 12” लम्बा लंड मेरे भोसड़े में बिलकुल अंदर तक चूत की दीवाल तक पहुच गया। मैं“आऊ…..आऊ….हमममम अहह्ह्ह्हह…सी सी सी सी..हा हा हा..”बोल पडी। फिर बाबा जल्दी जल्दी मुझे पेलने लगा। उसने चुदाई स्टार्ट कर दी। Baba Ne Kas Ke Choda

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“बहुत कसी चूत है!! सब प्रभु की माया है। कभी तो दाल रोटी नसीब नही होती है और कभी तो चिकन बोटी भी मिल जाती है!!” बाबा फिर हंसकर बोला और  जल्दी जल्दी मुझे चोदने लगा। मुझे साफ़ साफ़ समझ आ रहा था की कोई मुझे पेल रहा है। पर लाचार थी। बाबा मेरी भोसड़ी के दर्शन कर रहा था। सिर्फ मेरी रसीली और सेक्सी चूत की तरफ ही देख रहा था। जल्दी जल्दी अपने पहलवान लंड से मुझे चोद रहा था। मेरी चूत से कुछ कुछ देर बाद ताजा मक्खन बाहर निकल आता था। बाबा के मोटे लंड पर मेरी चूत का सफ़ेद रस लग गया था। इससे उसको और भी अधिक चिकनाई मिल रही थी। उसका लौड़ा रस की वजह से जल्दी जल्दी मेरी चूत में फिसल रहा था। Baba Ne Kas Ke Choda

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फिर ठरकी बाबा से मुझे बाहों में लपेट लिया और गालो पर चुम्मा लेने लगा। वो मेरे सफ़ेद गालो को दांत से काट काटकर मुझे पक पक चोद रहा था। मैं हल्के होश में थी। “अई…..अई….अई… अहह्ह्ह्हह…..सी सी सी सी….हा हा हा…” कर रही थी। बाबा मेरे दूध को हाथो से कस कसके दबा रहा था, मेरी जवानी का रस लूट रहा था। दूध को मुंह में लेकर चूस चूसकर चूत में लंड से गहरे धक्के मार रहा था। मैं अपनी कमर बार बार उपर उठा रही थी। बाबा के लंड में बहुत दम था। मेरी चूत अब भट्टी की तरह तप रही थी जैसे कोई हीटर उसमें जल रहा हो। मैं भी पूरी तरह से गर्म हो गयी थी। नशे में मैंने बाबा को पकड़ लिया।

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“जान!! चोदो और चोदो!! मेरी चूत मारते रहो। रुक क्यों जाते है। मजा आ रहा है। रुको नही!!” मैंने भी कहने लगी

मैंने भी उसे अपनी बाहों में भर लिया था। बाबा ने मन भरके मुझे चोदा। फिर चूत में ही माल निकाल दिया। उसने मुझे सब कपड़े अच्छे से पहना दिए और फिर से साधू की तरह वेश बनाकर बैठ गया। कुछ देर बाद मुझे होश आया। मेरी नन्द अनीता मुझे घर ले आई। जब मैं घर पहुची तो चूत गीली गीली लग रही थी। मैं बाथरूम में गयी और शीशे से अपनी चूत को देखने लगा। बाबा के लंड से निकला सफ़ेद ताजा माल मेरी चूत में लबालब भरा हुआ था। मैं समझ गई की भूत भगाने के नाम पर उसने मुझसे अपनी ह्वस मिटा ली है। पर लोक लाज और बदनामी के डर से मैंने ये बात किसी से नही कही। दुबारा मैं उस बाबा के पास नही गई। दूसरे साल मुझे एक प्यारा सा लड़का हो गया। Baba Ne Kas Ke Choda

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