मामा की लड़की की चुदाई-1
उसने जोर से मुझे पकड़ लिया, मैने उसकी साड़ी उठा दी कमर के ऊपर और अपना हाथ उसकी गरमागरम चूत पर रख दिया। उसकी चूत तो भट्टी की तरह गरम थी और गीली भी। मैने अपनी एक उंगली उसके चूत में घुसेड़ दी और अंदर बाहर करने लगा। वो पागलों की तरह मेरे को पकड़ ली और धीरे से बोली “राजा बहुत मजा आ रहा है, एक और उंगली डालो, एक से मेरा क्या होगा।” मैने उसकी चूत में अपनी चार उंगली डाल दी और चूत में उनको घुमाने लगा। शीला सिहर उठी “अरे मेरे राजा जोर जोर से मेरी चूत को मारो, साले फाड़ दे इस चूत को, इसकी भूख खतम नहीं होती है। अ अ अ अ अ हा हा हा इस इस इस आ आ आ रे रे रे रे मीईएरीई राजा। मेरी चूत की चटनी बना दो। मैं मर जाउंगी। साले बोल मौका मिलेगा तो इस चूत को चोदेगा और इसकी भूख मिटायेगा। मादरचोद जोर जोर से कर”
उसने लुंगी के भीतर हाथ डाल कर मेरा लंड पकड़ लिया। “अरे तेरा लंड है या कुतुबमिनार, ये तो मेरी चूत को तार तार कर देगा। राजा वादा करो इस कुतुबमिनार को मेरी चूत में डालोगे” मैने बोला “अरे रंडी मैं तो तेरी चूत और गांड दोनो फाड़ुंगा, मैं तो मौका ढूंढ रहा हूँ, तेरी चूत तो पूरा इंडिया गेट है और इसको कुतुबमिनार जैसे लंड से ही चोदना होगा”। उसकी चूत में मेरा हाथ तेजी से अंदर बाहर हो रहा था और वो पूरे जोर से झड़ गयी। उसने मेरे लंड को अपने मुँह में लेकर लोली पोप की तरह चाटने लगी और आखिर में मेरे लंड ने अंदर का सारा माल उसके मुँह में गिरा दिया और वो सारा पी गयी और बोली “राजा इसमें विटामिन होता है, इससे सारी बिमारियां दूर होती हैं। तुम समय देख कर मेरे चूत का विटामिन पीना, बड़ा मजा अयेगा” मेरी तो एक ही इच्छा है कि तेरा लोहे की तरह का लंड मेरी चूत को चोद चोद के उसकी चीथड़े कर दे, साली की भूख मिटती ही नहीं है”
दोस्तों शादी का घर था, ये अपना रोज रोज का प्रोग्राम हो गया था, मौका पा कर मैने शीला की चूत और गांड दोनो को मैने जी भर के मारा, जिसकी दास्तान आपको अगली बार बताउंगा।