जुड़वा बहन की सील तोड़कर गांड फाड़ी-2

Judwa bahan ki seal todkar gaand fadi-2

फिर से चाय को गरम किया और दोबारा रूम में अपने बेड पर आ गये और हमने अपनी चाय को खत्म किया, लेकिन हम दोनों के अंदर की हवस अभी भी बुझी नहीं थी और में आयशा की चूत और गांड के छेद में लंड डालने को बहुत बैताब था. फिर में उठकर गया और ड्रेसिंग रूम से क्रीम लेकर आ गया और उसे आयशा की चूत और गांड पर लगाकर मैंने उसकी चूत, गांड की मालिश की और फिर उसने भी बहुत सारी क्रीम मेरे लंड और दोनों आंड पर लगाई और फिर मेरी गांड पर भी लगाई.

दोस्तों हम दोनों एक दूसरे को बहुत मज़ा देते हुए मज़ा ले रहे थे, क्योंकि उस समय घर पर हम दोनों बिल्कुल अकेले थे और इसलिए हमे किसी के आने का डर भी नहीं था, तभी अचानक से मुझे याद आया कि जब मेरी मम्मी के पीरियड आते है तो वो एक क्रीम काम में लेती थी, वो मैंने चुपके से देख लिया था और मुझे यह भी पता था कि वो क्रीम कहाँ पर रखती है. मैंने मम्मी का वो क्रीम लिया और वो आयशा की चूत और गांड पर रगड़ने लगा और मैंने उसकी चूत में अपनी उंगली को डाल दिया, लेकिन जैसे ही मैंने उसकी चूत में अपनी उंगली डाली तो उसको एकदम से झटका लगा और बहुत ज़्यादा मज़ा आने लगा.

फिर उसकी गांड में भी क्रीम लगाकर मैंने अपनी उंगली डाल दी और रगड़ने लगा. अब में आयशा के दोनों छेदो को अपनी दोनों उंगली से चोद रहा था और मेरा लंड तो फनफना रहा था. फिर वो बहुत ज़ोर से चिल्लाई और मेरा लंड पकड़कर अपनी चूत पर ले गई. मैंने अपने लंड को उसकी चूत और गांड की दरार में रगड़ा और फिर क्रीम लगाकर उसकी चूत पर मेरे लंड का टोपा रख दिया. दोस्तों मेरी उम्र से मेरा लंड कुछ ज़्यादा ही बड़ा और मोटा था, जो उसकी चूत को फाड़ने के लिए अब एकदम तैयार खड़ा था और हम आज पहली बार ही चुदाई कर रहे थे, क्योंकि आयशा कभी किसी से चुदी नहीं थी और ना ही मैंने कभी किसी को चोदा था, लेकिन ब्लूफिल्म देखकर हमे चुदाई के बारे में बहुत अनुभव था.

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फिर मैंने आयशा को सीधा लेटाकर उसके दोनों पैरों को अपने कंधे पर उठा लिया और पैरों को चौड़ा करने से उसकी चूत के होंठ पूरे खुल गये और छेद साफ साफ दिख रहा था. फिर मैंने क्रीम लेकर उसकी चूत और मेरे लंड के टोपे पर लगाई और सही पोज़िशन बनाकर उसके पैरों को मजबूती से पकड़ा और थोड़ा सा रुककर पूरी ताक़त के साथ ज़ोर का धक्का दिया, जिसकी वजह से मेरे लंड का टोपा उसकी चूत को फाड़कर उसमें घुस गया और आयशा ज़ोर से चिल्लाकर सिसकारियां लेने लगी. फिर में उसी पोज़िशन में वैसे ही रुक गया और उसके बूब्स की मालिश करने लगा. मैंने उसको लिप किस किया. फिर जब वो थोड़ा शांत हुई तो मैंने दोबारा तीन चार धक्के मारे तो मेरा पूरा लंड उसकी चूत में चला गया और वो दर्द से तड़प रही थी और अब उसकी चूत से खून निकल गया था.

अब में उसको पकड़कर उसके निप्पल को चूसने लगा. मैंने उसकी चूत पर क्रीम लगाकर सहलाया, लेकिन मैंने अपना लंड बाहर नहीं निकाला था और वो मुझे धक्का देकर मेरा लंड बाहर निकालना चाह रही थी, लेकिन मैंने नहीं निकालने दिया. फिर थोड़ी देर बाद उसको भी अच्छा लगने लगा और वो भी अब चुदाई में मेरा साथ देने लगी. दोस्तों आज एक जुड़वा भाई और बहन आपस में चुदाई कर रहे थे और यह ख्याल आते ही में फिर से पागल हो रहा था और मुझे जोश आ रहा था.

मैंने उसकी चूत में पहली बार लंड डाला था तो इस बात से भी में गरम हो रहा था और ऐसा सोचते हुए मैंने उसको चोदना शुरू कर दिया और वो भी अपने चूतड़ों को हिला हिलाकर मेरा पूरा साथ दे रही थी. फिर मैंने अब अपनी चुदाई की स्पीड को तेज कर दिया और ताबड़तोड़ चुदाई से वो सिसकियाँ निकालने लगी और ऐसे ही चुदते चुदते मैंने उसके हाथों से मेरी गर्दन को पकड़वाया और मेरे दोनों हाथों से उसके पैरों को पकड़कर उसको गोद में उठा लिया और फिर में उसको खड़े खड़े चोदने लगा.

फिर कुछ देर चोदने के बाद मैंने उसे अचानक से बेड पर पटककर एक ज़ोर से धक्का दे दिया तो उसकी चूत का कचूमर निकल गया. दोस्तों चुदाई में कोई रिश्ते नहीं होते इस बात को ध्यान में रखकर में अपनी सग़ी बहन को धमाधम धक्के देकर चोद रहा था. फिर कुछ देर बाद मैंने उसको डॉगी बनाकर पीछे से उसकी चूत में लंड डालकर मैंने उसे चोदना शुरू कर दिया, करीब 25-30 मिनट बाद वो अचानक अकड़ने लगी और झड़ गई.

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फिर मुझे ऐसा लग रहा था जैसे कि उसकी चूत ने मेरे लंड को अंदर से पकड़ लिया हो और मैंने ज़ोर से कुछ धक्के मारे तो मेरा भी पानी निकल गया और हम इस पोज़िशन में निढाल होकर बेड पर ही लेट गये और कुछ देर बाद मैंने उसकी चूत से लंड को बाहर निकाला और 69 की पोज़िशन में आकर उसने मेरे लंड को और मैंने उसकी चूत को बहुत देर तक चाटा और उसने मेरे लंड को लोलीपोप की तरह चूसा. फिर हम दोनों नंगे ही बाथरूम में चले गये और हम नहाने लगे. नहाने के समय भी हम छेड़खानी करते रहे और वो मेरे लंड को पकड़कर मुझे चिड़ा रही थी कि में मेरी सभी फ्रेंड्स को बताउंगी कि मेरे भाई का लंड कैसा है और कितना बड़ा है?

नहाने के बाद हम वापस रूम में आ गये तो देखा कि बेडशीट पूरी खराब हो चुकी थी और चूत के फटने की वजह से आयशा सही तरह से नहीं चल पा रही थी, उसको बहुत दर्द हो रहा था, लेकिन उसकी गांड तो अभी भी कुंवारी थी और उसकी गांड की खुजली भी तो मुझे ही ख़त्म करनी थी. अब मैंने उसको पकड़ लिया और उसकी गांड की दीवारों के बीच क्रीम लगाई और हाथ से रगड़ना शुरू किया तो वो अब मुझसे अपनी गांड को मरवाने के लिए अपनी गांड को उठा उठाकर तड़पने लगी और फिर उसने मेरे लंड पर भी क्रीम लगाई.

दोस्तों तब मैंने महसूस किया कि मेरे लंड में भी बहुत दर्द हो रहा था और हम दोनों एक दूसरे में समाये जा रहे थे और मैंने उसकी गांड में उंगली करके पहले तो गांड को खोला और फिर लंड को छेद पर रख दिया और बहुत सारी क्रीम लगाई. फिर उसके पैरों को अपने कंधे पर लेकर उसकी गांड में ज़ोर के धक्के से लंड का टोपा अंदर घुसा दिया और फिर में वहीं पर रुक गया, क्योंकि मेरी सग़ी और प्यारी बहन अब उस दर्द से सिसकारियां लेने लगी थी और उसकी आंख से आँसू निकल आए थे, जो में नहीं देख सकता था, क्योंकि में आयशा से बहुत प्यार करता हूँ और मेरे मम्मी, पापा भी उसको बहुत प्यार करते है, वो अलग बात है कि में इस समय उसकी बेरहमी से चुदाई कर रहा था.

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फिर थोड़ा रुक रुककर में दो तीन धक्कों के साथ पूरा लंड उसकी गांड में डालने में सफल हो गया और अब उसकी गांड में बहुत दर्द हो रहा था, जो धीरे धीरे कम हुआ और वो मज़े करने लगी. फिर मैंने अपनी चुदाई की स्पीड को भी बढ़ा दिया और 15-20 मिनट की चुदाई के बाद में झड़ गया और मैंने उसकी गांड को अपने गरम गरम लावे से भर दिया और हम दोनों कुछ समय के लिए ऐसे ही रहे.

फिर उसने मेरे लंड को और मैंने उसकी गांड को मुहं से चाटकर साफ किया और फिर हम सो गये, क्योंकि हमें चुदाई करते करते बहुत समय हो गया था. दोस्तों मैंने उस रात और अगले दिन भी आयशा की चूत और गांड की बहुत जमकर चुदाई की और उसको बहुत मज़ा आया और फिर वो मुझसे कहने लगी कि तू जब अगली बार होस्टल में मुझसे मिलने आएगा, तब भी हम बहुत जमकर चुदाई करेंगे, क्योंकि मेरी अधिकतर फ्रेंड्स होस्टल के रूम में अपने अपने दोस्त से चुदवाती रहती है.

अब में भी उसकी यह बातें सुनकर मन ही मन होस्टल में जाकर मेरी बहन को चोदने के सपने देखने लगा. अब मुझे मेरी बहन का किसी और लड़के से चुदने का डर बिल्कुल ख़त्म हो गया था, क्योंकि उसने अपनी चूत और गांड में मेरा लंड ले लिया था और अब वो मेरे लंड के बारे में ही सोचती रहती थी और अब में उससे मिलने होस्टल जाऊंगा तो उसे ज़रूर चोदकर आऊंगा.

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