ट्रेन का सफर- 2

(Train Ka Safar-2)

में हाथ धोकर बाहर आया और अपने सीट पर पर बैठ गया मैने देखा की मेरे बाजू वाले सीट पर वही लड़की थी मुझे देख रही थी मेरा पहला प्लान तो ठीक से चल गया।

अब आगे ……

तो फिर मेने भी उसे कुछ देर देखा। मैं करीब 15-20 मिनट बाद टॉयलेट गया और फिरसे 10 मीनट बाद आया तो मैंने देखा वो लड़की जगी हुई है मेरे तरफ ही देख रही थी। और में बार बार वही टॉयलेट में जा रहा था जहाँ उसने मुझे देख था। तो ऐसे ही मैंने 4-5 बार जाना आना किया फिर करीब रात 12 बजे वापिस आते वक्त मैंने देखा वो लड़की अब भी मुझे देख रही थी मैंने अब जान बूझ कर अपने लंड को उनके सामने टटोल कर एक आंख मार दी। उसने स्माइल पास की मैं समाज गया लड़की फस चुकी है।

मैंने कुछ देर बाद उठ कर उसके तरफ देखते हुए फिर लंड टटोला और टॉयलेट की तरफ चला गया। में फिर नंगा हो गया और मुठ मारने लगा मैंने देखा फिर वही लड़की मेरे वाले टॉयलेट के तरफ आ रही थी। मैंने अंदर वाली कुंडी खोल दी और पीछे हट गया वो आई दरवाजा खोला उसने मुझे देखा और फिर मेरे लंड के पास देखने लगी में फिर भी हिला रहा था मैंने इशारा किया चुप रहने का मुह पर उंगली रख कर और अंदर आने का इशारा किया वो चुप चाप अंदर आ गयी और दरवाजा बंद कर दिया।

फिर मैंने अब शर्म छोड़ कर उसके पास जा कर उसे अपने बहो में ले लिया और उसके कान के पास किस करने लगा और साथ ही बूब्स दबाने लगा। हौले से कान में पूछा तुम्हारा नाम क्या है। तो उसने बताया पूनम मैंने उसे किस करना जारी रखा और उसकी टी-शर्ट निकल दी और बूब्स चूसने लगा। मैंने एक हाथ से उसका दूसरा बूब्स दबाया और एक हाथ से उसके नाईट पेंट में दाल दिया। उसकी चुत पर छोटे छोटे बाल थे मैंने एक उंगली उसके चुत में डाली तो उसने थोड़ा चिंखा मैने तुरंत उसके मुंह पर किस करने लगा।

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उसके बाद उसे पूछा तुम्हारी पहली बार है। तो उसने हा में सर हिलाया मैंने पूछा फिर मेरे साथ ये सब क्यों में तो अनजान हु वो बोली पहले जो काम करना है करो जल्दी बाद में बताऊंगी।
मैं नीचे बैठ गया और उसकी नाईट पैंट और पैंटी उतार दी उसकी चुत चाटने लगा। वो सिसकारियां लेने लगी मैंने उसे चुप रहने का इशारा किया। वो चुप बैठ गयी। उसका पानी जहद जाने के बाद मैंने उसे मेरा लंड मुँह में लेने का इशारा किया। उसने नही में मुह हिलाया मैने कुछ ना कहा और उसे टॉयलेट के बेसिन पर बिठा दिया।

मैंने अपने लंड को उसके चुत से निकला हुआ पानी लगा कर चिकना किया और मेरा हाथ रुमाल उसके मुह में दाल दिया और मेरा लंड उसके चुत पर रख कर हिलाने लगा। कुछ देर बाद उसने इशारा किया दाल दो मैने एक हाथ से उसकी कमर और एक हाथ से लंड सेट कर के धक्का मारा। मेरा आधा लंड उसके चुत में चला गया। वो मुझसे छुटने की कोशिश करने लगी में उसके बूब्स को और कान के पीछे चूमने लगा वो शांत हो गयी मैंने कुछ देर उसी स्थिति में रहने दिया। फिर वो आधा लंड अंदर बाहर करने लगा। जब उसे मजा आने लगा तब मैंने एक जोर का धक्का लगाया पूरा लंड अंदर चला गया। वो बेशुद्ध सी हो गयी मैंने उसे फिर किस करना चालु किया और जब वो सामान्य हुई तब धक्के लगाना चालू किसे धिरे धीरे मजा आने लगा करीब 20 मिनट चुदाई के बाद मैं झड़ने वाला था उसे पूछा कहा तो वो अंदर बोली मैंने अंदर ही छोड़ दिया कुछ देर बाद मैंने अपने रुमाल से उसकी चुत पोछि जिस पर खून लगा था हैम दोनो फ्रेश हुए और मैंने उस से उसका नंबर मांगा उसने दिया और उसे बाहर भेज दिया वो थोड़ी लंगड़ाते हुए चल रही थी कुछ 5 मिनट बाद में भी अपने सीट पर जाकर लेट गया।

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उसे कॉल किया उसे पूछ ने पर उसने बताया वो उसके मम्मी के साथ औरंगाबाद ही जा रही है और वो औरंगाबाद की ही रहने वाली है। वो उसके बुआ के पास गई थी। मैंने मन मे सोच लिया चलो और एक जुगाड़ हो गया मैंने उसे मेरे साथ सेक्स करने का कारण पूछा तो उसने बताया कि वो भी ब्लू फिल्म देख कर चुत सहलाने आयी थी। आपका लंड देख कर मुझे चुदाई की इच्छा होने लगी और मैने आपसे छुड़वा लिया फिर करीब 3 बजे जाकर हमने फिर सेक्स किया और सो गए सुबह हमने फिर मिलने का वादा किया और चले गए।

दोस्तो ये थी मेरे जिंदगी की सारी कहानिया जो सच है और मेरे साथ घाटी हुई है अब जब तक मेरे साथ कुछ नया ना होंगा टैब तक के लिए अलविदा bye bye आपना खयाल रखना और मुझे मेल कर के जरूर बताना कहानी कैसी है।
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